13 नवंबर 2009

सुकवि का स्वप्न

नींद के घोड़े पर सवार

किसी स्वप्न की तलाश में

जाने को था सुकवि

कि

बिजली चमकी बादल गरजे

आकाशवाणी

‘मुक्ति के रास्ते अकेले में नहीं मिलते !’

(दिलीप शाक्य)

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