नींद के घोड़े पर सवार
किसी स्वप्न की तलाश में
जाने को था सुकवि
कि
बिजली चमकी बादल गरजे
आकाशवाणी
‘मुक्ति के रास्ते अकेले में नहीं मिलते !’
(दिलीप शाक्य)
शानदार!!
good
शानदार!!
जवाब देंहटाएंgood
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